साहित्यप्रीत . कॉम की तरफ से ऑनलाइन बाल विशेषांक का आयोजन किया गया . जिसमें देश के कोने कोने से जाने – माने 51 साहित्यकारों की रचनाएँ प्रकाशित हुई . साथ ही 21 नवांकुरों के चित्रों और रचनाओं ने सभी का ध्यान अपनी तरफ आकर्षित किया . बाल विशेषांक के प्रसिद्ध बाल साहित्यकार डॉ. दिनेश पाठक ‘शशि’ ( उ. प्र. ) अतिथि संपादक रहे . उन्होंने कहा कि आज बाल साहित्य को पुनर्जीवित करने के लिए ऐसे ऑनलाइन आयोजन समय – समय पर होने चाहिए . छोटे – छोटे बच्चों में अभी से ही बाल कथा पढ़ने और लिखने से उनका सर्वांगीण विकास होगा . आज मोबाइल के आ जाने से सभी की पुस्तक पढ़ने की रूचि खत्म होती जा रही है .
साहित्यप्रीत . कॉम की संचालक लेखिका नीतू सुदीप्ति ‘नित्या’ ने बाल विशेषांक में प्रकाशित नवांकुरों के पुरस्कार की घोषणा की . प्रथम पुरस्कार आदित्य शर्मा ( मथुरा ) की कविता ‘यह दीपों की माला सजी रहे’ को दिया गया . द्वितीय पुरस्कार अद्रिका कुमार ( नवादा ) की कविता ‘प्यारे नेहरु चाचा’ को मिला . चिन्मय दीपांकर ( भागलपुर ) की कहानी ‘बहादुर कार’ को प्रथम पुरस्कार मिला . जसराज सिंह ओबराय ( महाराष्ट्र ) के चित्र ‘कोरोना योद्धा’ ने प्रथम पुरस्कार हासिल किया . अपर्णा सुप्रिया ( संझौली ) के चित्र मास्क पहन स्कूल जाती हुई लड़की’ को द्वितीय पुरस्कार दिया गया . मुस्कान गुप्ता के चित्र बाल कृष्ण को उत्तम चित्र के पुरस्कार से नवाजा गया . एक नयी पहल करते हुए संचालिका नीतू ने बाकी और 15 नवांकुरों को प्रोत्साहन देने के लिए उन्हें सांत्वना पुरस्कार की घोषणा की, जिससे वह भविष्य में साहित्य से जुड़ कर अपनी एक पहचान बना सके . सभी इक्कीस नवांकुरों को सम्मान – पत्र के साथ धनराशि भी दी गई .