-नीतू सुदीप्ति ‘नित्या’
गजल
प्यार सुबह है प्यार शाम है
प्यार तो मोहब्बत का जाम है !
प्यार दिन है प्यार रात है
प्यार तो रिमझिम बरसात है !
प्यार पूजा है प्यार दूजा है
प्यार तो आठवां अजूबा है !
प्यार आज है प्यार कल है
प्यार तो गंगाजल है !
प्यार खुशबू है प्यार गंध है
प्यार तो मन की सुगंध है !
प्यार राधा है प्यार कृषना है
प्यार तो हृदय की भावना है !
प्यार मन है प्यार दिल है
प्यार तो हर चमन का फूल है !
प्यार रूप है प्यार रंग है
प्यार तो जीवन संग है !
प्यार सांस है प्यार आस है
प्यार तो सबका विश्वास है !