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हिंदी और भोजपुरी की लेखिका नीतू सुदीप्ति ‘नित्या’ के दूसरे कथा संग्रह ‘छंटते हुए चावल’ को मथुरा उ. प्र. की प्रतिष्ठित साहित्यिक संस्था तुलसी साहित्य – संस्कृति अकादमी न्यास के तहत श्रीमती सरला देवी दीक्षित – स्मृति पुरस्कार ( 2021 ) से पुरस्कृत किया गया है .
संस्था अध्यक्ष वरिष्ठ साहित्यकार आचार्य नीरज शास्त्री और संरक्षक ख्यातिलब्ध साहित्यकार डॉ. दिनेश पाठक ‘शशि’ के द्वारा सम्मान पत्र, पुरस्कार राशि और स्मारिका लेखिका को प्रदान किया गया .
ज्ञात हो कि इस सम्मान – पुरस्कार के लिए देश के कोने – कोने से साहित्कारों की पुस्तकें नामित हुई थी जिसमें बिहिया (भोजपुर) की लेखिका नीतू सुदीप्ति ‘नित्या’ का कथा संग्रह ‘छंटते हुए चावल’ का चयन किया गया, जो स्त्री विमर्श के जीवन संघर्ष पर केंद्रित है . इसी संग्रह की पांडुलिपि पर मंत्रिमंडल सचिवालय राजभाषा विभाग बिहार सरकार से 2015 – 16 की अनुदान राशि भी प्राप्त हुई थी . पूर्व में भी लेखिका नीतू की लगभग एक दर्जन रचनाएँ पुरस्कृत हो चुकी हैं और कई साहित्यिक संस्थाओं से यह सम्मानित भी हुई हैं .

नीतू सुदीप्ति की अब तक तीन पुस्तकें आ चुकी हैं . इनका बहुचर्चित भोजपुरी उपन्यास विजय पर्व है .
हिंदी दिवस के अवसर इनके द्वारा संपादित साझा काव्य संग्रह चमन – चमन के फूल का दिल्ली में भव्य विमोचन हुआ है .

साहित्य की सेवा में यह निरंतर लगी हुई हैं. वर्तमान में यह वेबसाइट साहित्यप्रीत डॉट कॉम की संस्थापक – संपादक हैं तथा दो यू ट्यूब चैनल साहित्यप्रीत और श्री दुर्गा डांस म्यूजिक की संचालक भी हैं .

पुरस्कार मिलने पर वरिष्ठ साहित्यकारों, पत्रकारों और गणमान्य व्यक्तियों भगवती प्रसाद द्विवेदी, डॉ. ब्रज भूषण मिश्र, सिद्धेश्वर,  जितेन्द्र कुमार,  डॉ. सिद्धनाथ  सागर, विजयानंद  विजय, नरेंद्र कौर छाबड़ा, सुरेन्द्र कौर बग्गा, शंभु सुमन, स्मिता, अलका मित्तल, प्रिंस कुंदन, अरुण निशंक,सुमन कुमार और शमशाद प्रेम आदि ने लेखिका नीतू सुदीप्ति ‘नित्या’ को उनकी उपलब्धि पर बधाई और शुभकामना दी है .

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