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अशोक बाबू माहौर

चिलचिलाती धूप में
अंगीठी सी
आग में,
पसीने से लथपथ
भूखी- प्यासी
कर रही संघर्ष
एक औरत,
ताकि चूल्हा जल सके
शाम का।
खाना खा सके
उसके बुजुर्ग माता- पिता
अपाहिज पति
और नन्हीं गुड़िया रानी
जो हमेशा ही जिद्द लगाए रहती
मम्मी मुझे खिलौना दिला दो
पर माँ लाचार बेबस
नहीं सुन पाती
अपने ही खून की पुकार
क्योंकि उसे और भी?
बोझ उठाने हैं
अपने आँगन के ।

       संपर्क
– ग्राम- कदमन का पुरा, तहसील- अंबाह
जिला- मुरैना (म.प्र.)
Mobile : 8802706980

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