– विद्या शंकर विद्यार्थी
जरेला सनेहिया के दियवा,
सुतल एहवाती जाली ए राम
पीछवा से रोअत बाराती, कि सुतल ,,,,,।
डोलिया के रोवेला कहँरिया
सुतल एहवाती जाली ए राम
बिहरे दरदिया में छाती, कि सुतल ,,,,।
रोवेलन बलमुआ दुअरिया
बारी के दीया बाती जाली ए राम
धीरज धरावेला संघाती, कि सुतल ,,,,,।
मायवा में रोवेला बालकवा,
माई काहे खाती जाली ए राम
केई समुझाई केही भाँति,कि सुतल ,,,,।