आज सोशल मीडिया के प्रभाव में लोग अपने बंधु बांधव, हीतमीत को पत्र लिखना भूल गए हैं . तो चलिए फिर से यह शुरुआत करते हैं और अपने किसी ख़ास को प्रेम भरा एक पत्र लिखते हैं .
चांदनी रात थी,
छत पर करनी तुमसे कुछ बात थी
कमबख्त लाईट आ गई
चिठ्ठी जेब में रह गई और जगराता हो गया
चोर चोर का शोर मचा
कुत्ता भी भौंक पड़ा
और हमारा पहला प्रेम पत्र
सारी रात हमें मुंह चिढाता रहा .
ऐसे ही कुछ लिख भेजिए प्रकाशित होगा आपके नाम के साथ नहीं तो छद्म नाम से भी आप पत्र लिखें मगर जरुर लिखें . यह साइट आपको कैसी लगी यह भी बताएं अपने पत्रों के माध्यम से !
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