– डॉ. राम प्रकाश तिवारी
रिद्धियां सिद्धियाँ सुख अयन बेटियां.
वंश के वृक्ष की हैं सुमन बेटियां.
जन्म ले तो समझो रमा आ गयी.
साथ लाती हैं खुशियाँ भवन बेटियां.
जब कठिन कष्ट हों दुखों की तपन.
बन के आती हैं शीतल पवन बेटियां.
पिता हों सुखी बन्धु पति सुत सभी.
हैं करती स्वयं को हवन बेटियां.
गीत संगीत अरु रागिनी राग हैं
हैं धनाश्री विलावल यमन बेटियां.
सुमन से नरम हैं हृदय और मन.
कैसे सहती हैं दुख की तपन बेटियां.
सुरसरि सलिल सी विमल निर्मला.
घर की रौनक हैं ये ही चमन बेटियां.
– उज्जैन.
9425174459