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मोतिहारी।

राधा कृष्ण सीकरिया बीएड कालेज में आयोजित अखिल भारतीय भोजपुरी साहित्य सम्मेलन का दो दिवसीय अधिवेशन 26-27 फरवरी को सम्पन्न हुआ। सम्मेलन का उद्घाटन माननीय श्री मंगल पाण्डेय स्वास्थ्य मंत्री बिहार सरकार ने किया। मुख्य अतिथि गन्ना उद्धोग मंत्री माननीय श्री प्रमोद कुमार, विशिष्ट अतिथि माननीय संजय मयूख बिहार विधान परिषद सदस्य, श्री वीरेंद्र नारायण यादव बिहार विधान परिषद सदस्य आदि रहे ।

भोजपुरी भाषा को आठवीं अनुसूची में शामिल करने के लिए पूरे भारत वर्ष से आए हजारों भोजपुरी भाषियों ने एक स्वर में सरकार से मांग उठाई ।

इसी क्रम में लगभग दो दर्जन भोजपुरी साहित्य सृजन कर्ताओं को पुरस्कृत भी किया गया।

बिहिया ( भोजपुर ) की हिन्दी-भोजपुरी की लेखिका नीतू सुदीप्ति ‘नित्या’ का भोजपुरी उपन्यास ‘विजय पर्व’ को अभय आनंद पुरस्कार से सम्मेलन के अध्यक्ष आचार्य हरेराम त्रिपाठी चेतन, कोषाध्यक्ष जितेंद्र कुमार, स्वागताध्यक्ष प्रकाश अस्थाना, ब्रज भूषण मिश्र, जयकान्त सिंह और महामाया प्रसाद विनोद आदि ने संयुक्त रूप से पुरस्कृत किया। पुरस्कार स्वरूप शाल, मोमेंटों, प्रमाण पत्र और धन राशि प्रदान की गई ।

ज्ञात हो कि नीतू सुदीप्ति ‘नित्या’ का भोजपुरी उपन्यास ‘विजय पर्व’ पहले धारावाहिक रूप में प्रकाशित हुआ था, फिर पाठकों की मांग पर इसे पुस्तक रूप में 2018 में प्रकाशित किया गया । समाज में उपेक्षित नारी की स्तिथि कैसी होती है? नारी की बारीक से बारीक पीड़ा, उसकी कुरूप सच्चाई आदि पर नीतू द्वारा बेलाग कलम चलाने के कारण ही यह उपन्यास पाठकों के बीच बहुचर्चित हुआ था।

पिछले वर्ष लेखिका का हिन्दी कथा संग्रह छँटते हुए चावल को मथुरा में पुरस्कृत किया गया था।

वर्तमान में नीतू सुदीप्ति ‘नित्या’ साहित्यप्रीत डॉट कॉम की संपादक हैं ।

भोजपुरी उपन्यास ‘विजय पर्व’ को पुरस्कार मिलने पर दर्जन भर साहित्यकारों भगवती प्रसाद द्विवेदी, जितेंद्र कुमार, सिद्धेश्वर,  विजयानंद विजय, दिनेश पाठक ‘शशि’, अरुण निशंक, नरेंद्र कौर छाबड़ा, अलका मित्तल, माला वर्मा, सुरेन्द्र कौर बग्गा, आदि ने लेखिका को शुभकामना प्रेषित की हैं ।

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