– त्रिलोक सिंह ठकुरेला
पेड़ बहुत ही हितकारी हैं,
आओ, पेड़ लगायें।
स्वच्छ वायु, फल, फूल, दवाएँ
हम बदले में पायें॥
पर्यावरण संतुलित रखते,
मेघ बुलाकर लाते।
छाया देकर तेज धूप से
सबको पेड़ बचाते॥
कई तरह की और जरूरत
करते रहते पूरी।
सुगम बनातें सबका जीवन
होते पेड़ जरूरी॥
पेड़ों के इन उपकारों को
हम भी नहीं भुलायें।
आओ, रक्षा करें वनों की
आओं, पेड़ लगायें॥
– आबू रोड ( राजस्थान )