♦️ सिद्धेश्वर
0 पुराने शिलान्यास पट को तोड़कर गिरा दिया गया ! उसी स्थान पर शिलान्यास का नया पट लगाया जा रहा था ! शिलान्यास के पट्टे से टूट कर गिरी हुई एक ईंट बिलखते हुए, अपने पास की दूसरी ईंट से बतियाने लगी-
” जानती हो सखी ? नेताओं ने तो दोगलेपन की हद कर दी है lउसने शिलान्यास के साथ भी राजनीति शुरू कर दी है l ”
” वह कैसे सखी ?”- जिज्ञासावश, दूसरी ईंट ने जानना चाहा l
लंबी सांस लेते हुए, पहली ईंट, अपने साथ टूटे हुए शिलान्यास की दु:ख भरी कहानी सुनाने लगी-
” जानती हो बहना? बिक्रमगंज मोहल्ले की सड़क जर्जर हो चुकी थी !जिस सड़क को, पिछले चुनाव के वक्त, सांसद यशवंत कुमार यादव ने बनवाया था….
…… जनता से वोट मांगने के वक्त किए गए वादों को निभाने और सड़क निर्माण कार्य के लिए जो फंड केंद्र सरकार से मिली थी, उसे नहीं लौटा कर उसका आधा पैसा अपने बैंक- बैलेंस में हड़प लेने के ख्याल से यशवंत कुमार जी को, इस कार्य का निष्पादन तो करना ही था न ? ”
……ठेकेदार और सांसद के मिले-जुले षड्यंत्र के कारण, सड़क का निर्माण इतना कमजोर हुआ था कि वह बरसात का एक मौसम भी न झेल सकी !
…… जगह-जगह गड्ढे हो गए ! इस सड़क निर्माण के वक्त, हम लोगों का उपयोग करते हुए, हर मोड़ पर शिलान्यास पट टांगा गया, जिस पर सांसद यशवंत कुमार यादव का नाम स्वर्ण अक्षरों में अंकित था l
…. इस सड़क निर्माण के वक्त जनता भी खुश थी ! सांसद भी और ठेकेदार भी l यानि यशवंत कुमार यादव के दोनों हाथ में लड्डू थेl
…. वे चुनाव भी जीत गए और उस सड़क निर्माण फंड से लाखों रुपए बचा कर अपने भव्य मार्ग का निर्माण भी करवा लिया l..
इसलिए आज मैं सोच रही हूँ कि काश ! मैं शिलान्यास के बजाय उनके महल की ईंट होती, तो इस तरह बार-बार टूटने की पीड़ा तो नहीं झेलती रहती? 00
🌀 सिद्धेश्वर, ” सिद्धेश सदन, “(किड्स कार्मल स्कूल के बाएं), द्वारिकापुरी रोड नंबर :2, पोस्ट: बीएचसी, हनुमान नगर, कंकड़बाग, पटना 800026( बिहार) मोबाइल :92347 60365
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