जब से तू मेरी ज़िंदगी में आई
-समीर उपाध्याय ‘ललित’ जब से तू मेरी ज़िंदगी में आई आंगन की फूल-बगिया अब महकने लगी पतझड़-सी ज़िंदगी…
हमारे जीवन को रंगीन बनाती है संगीत
पटना :02/05/2022 ! ” हमारे दैनिक जीवन में संगीत की अहम् भूमिका रही है ! संगीत ही है…
उठेगी
-डॉ. जियाउर रहमान जाफरी बज़ाहिर और दिन खाली उठेगी मगर वो ईद में जल्दी उठेगी चलो जल्दी चलें…
सूरज
– मनिन्दर कौर सुप्रभात कहते हुए, सूरज की किरणों ने ली अंगड़ाई| यूँ लगा अंबर धरती से आ मिला|…
मजदूर
– महेन्द्र “अटकलपच्चू” रात दिन मेहनत करता, जी भर पीता पानी । तंगी में भी खुश रहता मजदूर तेरी यही…